ख्वाबों से अपने न वाकिफ़ कराये किसी को
बुरी नज़र से मौला बचाये सभी को ...!!!!
-sks♥
चुभता रहा रात भर नश्तर की तरह,
रात पीठ के नीचे दब गया था .....
गले की चेन का पेन्डेन्ट ....!!!!
sks♥
इस आनी जानी दुनिया में
हर घडी तू सफ़र में रहता है..!
लगाते नहीं गले हर किसी को
न ता-सफ़र कोई साथ चलता है ....!!!
sks♥
सफ़र में गले लगाया नही करते किसी को
सफ़र का साथ सफ़र भर ही हुआ करता है...!!!
sks♥
देखती हूँ सब छूटता जाता है हाथों से
बड़ी फिसलन है इस वक़्त के हाथों में ....!!!
sks♥
बुरी नज़र से मौला बचाये सभी को ...!!!!
-sks♥
चुभता रहा रात भर नश्तर की तरह,
रात पीठ के नीचे दब गया था .....
गले की चेन का पेन्डेन्ट ....!!!!
sks♥
इस आनी जानी दुनिया में
हर घडी तू सफ़र में रहता है..!
लगाते नहीं गले हर किसी को
न ता-सफ़र कोई साथ चलता है ....!!!
sks♥
सफ़र में गले लगाया नही करते किसी को
सफ़र का साथ सफ़र भर ही हुआ करता है...!!!
sks♥
देखती हूँ सब छूटता जाता है हाथों से
बड़ी फिसलन है इस वक़्त के हाथों में ....!!!
sks♥
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